त्रिशूल भारतीय रक्षा संग्रहालय होगा म्यूजियम का नाम..
संग्रहालय में सेना के प्रोटोकॉल से उपकरण किए जा रहे स्थापित

मुरादाबाद में बनने वाला रक्षा संग्रहालय अब त्रिशूल भारतीय रक्षा संग्रहालय के नाम से जाना जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह के निर्देश अनुसार संग्रहालय का निर्माण पूरी सुरक्षा और नियमों के आधार पर किया जा रहा है। सेवा के प्रोटोकॉल के मुताबिक ही मिलने वाले यंत्रों को स्थापित किया जा रहा है जिसके लिए सेवा के अधिकारियों की ड्यूटी भी यहां लगाई गई है। नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि जो रक्षा संग्रहालय नगर निगम मुरादाबाद के द्वारा बनाया जा रहा है इसका औपचारिक नामकरण कर दिया गया है। अब इस संग्रहालय को त्रिशूल भारतीय रक्षा संग्रहालय के नाम से जाना जाएगा। त्रिशूल भारतीय सेना की तीनों विंग्स को प्रदर्शित करता है। त्रिशूल भारतीय रक्षा संग्रहालय को कुल 25 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है जिसमें प्रथम तल का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। भारतीय सेना के अधिकारियों की यहां पर डेपुटेशन के रूप में एक महीने के लिए तैनाती भी कर दी गई है ताकि जो सेना के उपकरण हमें माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी के आशीर्वाद से मिले हैं उनको ठीक तरीके से सेना का जो प्रोटोकॉल है उसके माध्यम से लगाया जा सके। डीआरडीओ और भारतीय सेना के जो अन्य शीर्ष अधिकारी हैं उनके द्वारा जो सहयोग दिया जा रहा है जो सामान हमें मुहैया कराया गया है उसकी इंस्टॉलेशन का काम शुरू हो गया है तकरीबन 65% यह म्यूजियम बनकर पूरा हो चुका है। नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने बताया कि 15 नवंबर के आसपास इसके उद्घाटन की योजना बनाई जा रही है। इसका उद्घाटन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा कराए जाने की तैयारी की जा रही है।