मुरादाबाद जिले के बिलारी थाना क्षेत्र के आलेहदादपुर देवा नगला गांव में हुए वीरपाल हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। जांच में सामने आया कि मृतक की पत्नी सुनीता ने अपने प्रेमी अंशु के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, आरोपी महिला सुनीता के पांच बच्चे हैं और वह अपने प्रेमी से 12 साल बड़ी है।
धान की रोपाई के दौरान शुरू हुआ अवैध संबंध
पुलिस पूछताछ में सुनीता ने कबूल किया कि उसके और अंशु के खेत पास-पास हैं। करीब चार महीने पहले धान की रोपाई के दौरान अंशु उसके खेत पर आया था, तभी दोनों में नज़दीकियां बढ़ीं और संबंध बन गए।
सुनीता के मुताबिक, वह अक्सर अपने पति वीरपाल को शराब पिलाकर खेत पर भेज देती थी और उसी समय प्रेमी अंशु को घर बुलाती थी।

पति ने रंगे हाथों पकड़ लिया था दोनों को
कुछ दिन पहले वीरपाल ने दोनों को घर में आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इस पर उसने सुनीता की पिटाई की, जिससे वह नाराज हो गई। इसके बाद सुनीता ने अंशु से कहा कि अगर उसने उसके पति को रास्ते से नहीं हटाया तो वह ज़हर खाकर जान दे देगी।
खेत में रचा गया खौफनाक प्लान

12 अक्टूबर को धान की फसल झाड़ते समय वीरपाल ने अंशु और सुनीता को एक साथ देखकर गालियां दीं और दोनों को अपमानित किया। इसके बाद दोनों ने मिलकर वीरपाल को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।
13 अक्टूबर की रात जब वीरपाल खेत पर सोने गया, तो सुनीता के इशारे पर अंशु वहां पहुंचा और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
“शादी कर जीवनभर साथ रहेंगे” झांसे में आया प्रेमी
अंशु ने पुलिस को बताया कि धान की रोपाई के वक्त हुए परिचय ने धीरे-धीरे प्रेम का रूप ले लिया था। सुनीता उससे कहती थी कि “अभी तुम्हारी शादी नहीं हुई, मैं तुम्हारे साथ जीवनभर रहूंगी, लेकिन यह तभी होगा जब मेरा पति रास्ते से हट जाए।”
प्रेम के इसी झांसे में अंशु ने हत्या को अंजाम दे डाला।
पुलिस ने मोबाइल रिकॉर्ड से खोला राज
पुलिस ने दोनों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और स्थानीय गवाहों के बयानों के आधार पर वारदात का खुलासा किया। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने सुनीता और अंशु के खिलाफ हत्या में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
