मुरादाबाद ;रजिस्ट्री ऑफिस में स्टांप शुल्क की बड़े स्तर पर चोरी चल रही है. रजिस्ट्री कराते वक्त जितने मूल्य का स्टांप नियमानुसार लगना चाहिए,उससे कम मूल्य का स्टांप लगाया जाता है. यह सारा खेल रजिस्ट्री विभाग के कर्मचारियों द्वारा खेला जाता है. यदि आप किसी मकान की रजिस्ट्री करने जा रहे हैं तो आप विभाग में सेटिंग कर लीजिए मकान को खाली प्लॉट दिखा दिया जाएगा विभाग का कर्मचारी आपके साथ मौके पर जगह का सर्वे करने पहुंचेंगे।और बने मकान को खाली प्लॉट दिखाकर उसकी रजिस्ट्री कर दी जाएगी, जबकि वास्तविक रजिस्ट्री प्लॉट की नहीं दोमंजिला या तिमंजिला मकान की होगी।क्योंकि बने मकान की रजिस्ट्री करने पर स्टांप अधिक मूल्य के लगाए जाते हैं, वहीं खाली प्लाट की रजिस्ट्री में कम मूल्य के स्टाम्प लगते हैं। इस सारे खेल में विभाग को रोज लाखों की कमाई होती है. जिसकी बंदरबाट अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक की जाती है ,और सीधे तौर पर सरकार को चूना लगाया जाता है। यदि इसकी जांच कमेटी बनाकर या मजिस्ट्रेट द्वारा की जाए तो एक बड़ी चोरी पकड़ी जाएगी और सरकार को कम मूल्य का स्टांप लगाने पर होने वाले नुकसान की भरपाई भी होगी।