महानगर में निकाले गये बाल व शिशु स्वयंसेवकों का पथ संचलन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से सात नगरों में बाल व शिशु स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाला गया। जिसमें गणवेशधारी बाल व शिशु स्वयंसेवकों को सभी को आकर्षित किया। इस दौरान उनका फूलों की वर्षा कर स्वागत भी किया गया।आज महानगर में सात नगरों में बाल व शिशु स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाले गये कल सोमवार 25 दिसंबर को दस अन्य नगरों मेंबाल व शिशु स्वयंसेवकों का संचलन निकाले जायेंगे।संचलन में 5 से 15 वर्ष तक के स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया।
पथ संचलन से पूर्व बाल स्वयंसेवकों को ध्रुव, प्रह्लाद, वीर हकीकत राय, सुभाष चंद बोस, जोरावर सिंह, फतेह सिंह आदि के त्याग, कृतव्यनिष्ठा, दृढ़ निश्चय एवं बलिदान की कहानियाँ सुनायी। इस अवसर पर विभाग प्रचारक वतन कुमार ने बताया कि स्वयंसेवकों नगर वासियों को अनुशासित रहते हुए राष्ट्रीय अस्मिता, एकता, अखंडता की रक्षा करने का संदेश दिया। संघ की शाखााओं में अच्छे संस्कारों की शिक्षा दी जाती है।अनुशासन का महत्व बताया जाता है।यह अनुशासन दैनिक जीवन में भी नजर आना चाहिए। उन्होंने कहा कि पथ संचलन में सभी स्वयंसेवक कदम से कदम मिलाकर चलते हैं। एक ही गणवेश में रहकर सामूहिक एकता व अनुशासन का परिचय देते हैं। समाज में अच्छे संस्कारों को प्राप्त करने के साथ दुष्ट व अन्यायी लोगों का संहार या उन्हें सबक सिखाने से भी पीछे नहीं हटना चाहिए।
संघ ने हमेशा सभी धर्मों का सम्मान करते हुए प्रत्येक देशवासी को धार्मिक, सामाजिक सौहार्द बनाए रखने को प्रेरित किया है।आज पथ संचलन में कृष्ण नगर, हनुमान नगर, के जी के नगर, रामगंगा विहार नगर, काशीराम नगर, बुद्धि विहार नगर एवं हिमगिरी नगर निकाला गया।
संचलन की व्यवस्थाओं में प्रमुख रूप से महानगर संघचालक डॉ विनीत गुप्ता, विभाग प्रचार प्रमुख पवन जैन, महानगर विद्यार्थी प्रमुख राजेश तोमर, विवेक गुप्ता, उम्मेदराज पुरोहित, आशाराम, संजय कुमार, विश्वजीत सिंह, प्रमोद जोशी, रवि पाण्डे, शानू कुमार, विशाल गुप्ता, दीनेन्द्र कुमार आदि स्वयंसेवकों का योगदान रहा।