मुरादाबाद ;एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल में पहली माइक्रो ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम (टीपीएस) द्वारा सफल इलाज किया गया। इस तरह का यह पेसिंग सिस्टम इलाज पश्चिम उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड में पहली बार हुआ है। एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल मैं इस विशेष उपलब्धि के चलते एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया और प्रेसवार्ता का दौरान कार्डियोलॉजिस्ट डॉ गीतेश मानिक ने टीपीएस के बारे में जानकारी देते हुए,बताया कि माइक्रो लीड लेस पेसमेकर एक नई तकनीक है। जो कि हर अस्पताल में संभव नहीं है।माइक्रो लीड लेस पेसमेकर बहुत ही हाई रिस्क मरीजों में लगाया जाता है। एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गीतेश मानिक ने बताया कि
माइक्रो लीड लेस पेसमेकर की सुविधा एशियनविवेकानंद अस्पताल में उपलब्ध है। मुरादाबाद के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस के. राज को यह माइक्रो लीड लेस पेसमेकर लगाया गया है। इस प्रोसीजर में कोई कट या टांके की जरूरत नहीं होती है ।डॉ गीतेश मानिक ने बताया यह प्रोसीजर पैर की नस के द्वारा किया जाता है, इसमें मरीज को बाद में कोई भी परेशानी नहीं होती है । यह प्रोसीजर एशियन विवेकानंद अस्पताल में पहली बार किया गया है। तथा यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का भी पहला प्रोसीजर है |माइक्रो लीड लेस पेसमेकर की लागत लगभग 12 से 15 लाख रुपए आती है ।माइक्रो ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम (टी.पी.एस.) एक लेटेस्ट हार्ट डिवाइस है। जो कि सबसे एडवांस पेसिंग तकनीक से बनी है। इसका आकार अन्य उपलब्ध पेसमेकर की तुलना में 10 गुना छोटा करीब 50 पैसे के सिक्के के आकार का होता है।समेकर एक ऐसा छोटा उपकरण है, जो मानव हृदय के साथ ऑपरेशन कर लगाया जाता है और मुख्यतः हृदय गति को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इस प्रक्रिया के द्वारा सफल प्रोसीजर के लिए एशियन विवेकानंद अस्पताल मुरादाबाद के सी.एम.डी. पद्मश्री डॉ.एनके पांडे, मेडिकल डायरेक्टर डॉ प्रशांत पांडे, रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर हिलाल अहमद ने कार्डियक विभाग की
टीम को शुभकामनाएं दी।