सोमवार को राज्यसभा में डीएमके सांसद मुहम्मद अब्दुला के बयान पर हंगामा हो गया।
सोमवार को राज्यसभा में डीएमके सांसद मोहम्मद अब्दुला के अनुच्छेद 370 पर दिए बयान को लेकर बवाल हो गया। दरअसल, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संशोधन विधेयक पर बोलते हुए डीएमके सांसद अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को रद्द करना गैर-संवैधानिक और संघवाद पर चोट थी। इसके साथ ही उन्होंने पेरियार के भी कुछ शब्दों का जिक्र किया।
खडगे और शाह के बीच हुई तीखी बहस
नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और गृह मंत्री अमित शाह भी इस बहस का हिस्सा बन गये। कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा डीएमके सांसद की बात से आप या हम सहमत या असहमत हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें बोलने ही न दिया जाए। खडगे ने कहा कि सांसद की कोई बात यदि नियम कानून के मुताबिक नहीं है तो उन शब्दों को कार्रवाई से निकाल सकते हैं। लेकिन सत्ता पक्ष के लोग उठे और गड़बड़ करें तो यह असंवैधानिक है।
खड़गे ने सामने बैठे गृहमंत्री अमित शाह के लिए कहां राज्यसभा में सदस्य जो बात रख रहे हैं उन्हें रखना दीजिये। आखिर जवाब देने के लिए चाणक्य हैं न। उन्होंने कहा, “यहां गृह मंत्री बैठे हैं। मुझे लगता है कि वह सभी बातों का जवाब देने में सक्षम हैं।”
शाह ने कांग्रेस पर बोला हमला
इसके बाद अमित शाह ने समूची कांग्रेस पार्टी और खडगे को कठघरे में खड़ा किया। अमित शाह ने कहा कि खडगे जी बताएं कि कांग्रेस पार्टी डीएमके सांसद अब्दुल्ला बयान से सहमत है क्या। गृहमंत्री ने कांग्रेस से पूछा क्या आप लोग इस बयान का समर्थन कर रहे हैं। यह साफ होना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी अब्दुल्ला के बयान से सहमत हैं क्या। अमित शाह ने कहा कि सवाल बड़ा साफ है विपक्ष के नेता को अपना रुख साफ कर देना चाहिए