मुरादाबाद।सियासत के मजे हुए खिलाड़ी वह लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सांसद रहे डॉक्टर शफीकुर रहमान वर्क का निधन।आवाम पर अपनी मजबूत पकड़ रखने के साथ गंभीर मुद्दों पर बेबाक राय रखने वाले डॉक्टर वर्क नें कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में मंगलवार की सुबह आखिरी सांस ली।
उनके निधन की खबर से उनके समर्थकों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा ।उनका कई दिन से इलाज चल रहा था। और गंभीर हालत में चलते विगत दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मुलाकात करने आए थे। डॉक्टर बर्क पांचवीं बार सांसद बने थे तथा चार बार विधायक और राज्य सरकार में मंत्री भी रहे थे।
संभल संसदीय सीट पर डॉक्टर शफीकुर रहमान वर्क का किला आज तक कोई नहीं जीत पाया था। समाजवादी पार्टी में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उन्हें फिर प्रत्याशी घोषित किया था, डॉक्टर बर्क लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सांसद थे। डॉक्टर शफीकुर रहमान वर्क का जन्म 11 जुलाई 1930 में हुआ था। वह देश के सियासी होने के बावजूद मुस्लिम मुद्दों को जोर-शोर से उठाते थे। डॉक्टर बर्क का सियासी सफर वीकेंड से शुरू किया और संभल से 1974 में विधायक का चुनाव जीता।
1977 में वह जनता पार्टी से और 1985 में लोकदल से विधायक चुने गए। इसके बाद डॉक्टर बर्क सपा में शामिल हुए और 1996 में मुरादाबाद से संसद का चुनाव जीता। इसके बाद 1998 और 2004 में मुरादाबाद से फिर सांसद चुने गए 2009 में वह संभल से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते। इसके अलावा 2019 में सपा से संभल की सीट पर चुनाव जीते थे।