उज्जैन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. भाजपा विधायक दल की सोमवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री राजेश शुक्ला और जगदीश देवड़ा भी होंगे. विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा भी शामिल थे.
मध्य प्रदेश में भाजपा की ओर से मोहन यादव ने सोमवार को पार्टी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद राजभवन पहुंचकर मंगु भाई पटेल को पत्र सौंपकर सरकार बनने का दावा पेश किया. वहीं निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
भाजपा विधायक दल की बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुई और उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव को सर्वसम्मति से नेता चुना गया. उसके बाद यादव ने पार्टी नेताओं के साथ राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. इस दौरान शिवराजसिंह चौहान और तीनों पार्टी पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ, के. लक्ष्मण, पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा भी मौजूद थीं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, विधायक नरेन्द्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रह्लाद पटेल और प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल भी उनके साथ राजभवन पहुंचे.
भाजपा ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीट जीतकर मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी, जबकि कांग्रेस 66 सीट के साथ दूसरे स्थान पर रही. भाजपा ने चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर किसी को पेश नहीं किया था और एक तरह से पूरा प्रचार अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर टिका था. मध्य प्रदेश में भाजपा दो दशक में पांचवीं बार सरकार बनाने जा रही है. इससे पहले वह 2003, 2008, 2013 और 2020 में राज्य में सत्ता में आई थी.